Doomscrolling (डूमस्क्रॉलिंग) किसे कहते हैं ? Doomscrolling सबसे पहले 2018 में ट्विटर पर नज़र आया। इसके बाद कोविड-19 के दौरान 2020 में ये शब्द सार्वजनिक रूप से इस्तेमाल होने लगा। 2020 में इसे ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी (Oxford Dictionary) द्वारा ‘वर्ड ऑफ़ द इयर’ का खिताब मिला और इसे एक नए शब्द के रूप में डिक्शनरी में दर्ज भी किया गया। डूमस्क्रॉलिंग (Doomscrolling) का अर्थ होता है, सोशल मीडिया पर घंटों तक ऐसे कंटेंट को देखने या जानने के लिए स्क्रॉलिंग करना, जो निराशा या दुःख से भरा है (डिप्रेसिंग) या चिंताजनक है। जानकारी पाने के लिए ख़बरों को देखना और फिर बस स्क्रॉल करते हुए देखते ही जाना, केवल बुरी ख़बरों को, यही डूमस्क्रॉलिंग है। फोर्डहम विश्वविद्यालय (Fordham University) के साइकोलॉजी प्रोफेसर Dean McKay का कहना है कि, “लोग रात को खबरें देखने बैठते थे, जो कि काफी भयानक भी थीं। उनके अनुसार ये देखना काफी भयानक है, जब इस तरह की डरा देने वाली खबरें, ये लोग घर में आराम से बैठकर देखते थे। उनका कहना है कि लोगों को उस समय जानकारी चाहिए थी, जो भी थोड़ी बहुत उस समय इस वायरस के बारे में उपलब्ध थी और इसी के कारण वो एक कभी न खत्म होने वाली न्यूज़ साइकिल में उलझ जाते थे। ये पढ़ें: जानिये स्मार्टफोन डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के बारे में सब कुछ – समझे OLED, LCD, TFT डिस्प्लेस में क्या है अंतर?...